छत्तीसगढ़

बाघिन का विचरण बढ़ा, वन विभाग में बढ़ी चिंता

गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही। बिलासपुर और मरवाही वनमंडल की सीमा पर एक बाघिन का विचरण लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे वन विभाग की चिंता गहरी हो गई है। बीती रात खोंगसरा भनवारटंक होते हुए गौरेला मार्ग में राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने इस बाघिन का वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह वीडियो वन्यजीवों के प्रति बढ़ती जागरूकता और वन विभाग के लिए चिंता का कारण बन गया है।

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मानव आबादी के करीब पहुंची बाघिन
वीडियो में बाघिन को इंसानी आबादी के बेहद करीब विचरते हुए देखा गया है, जिससे इलाके में सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं। बाघिन के इस तरह से मानव आबादी के पास पहुंचने से वन विभाग के अधिकारियों की चिंताएं बढ़ गई हैं, क्योंकि यह बाघिन किसी भी समय लोगों के लिए खतरा पैदा कर सकती है।

मार्च से जुलाई तक का विचरण
पिछले महीने से इस बाघिन का लगातार विचरण मरवाही, कोरबा और बिलासपुर वनमंडल की सीमाओं में देखा जा रहा है। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, यह बाघिन मध्यप्रदेश के कान्हा किसली क्षेत्र से निकली थी और अब अपने लिए नया ठिकाना ढूंढ रही है।

चिरमिरी के जंगलों से रेस्क्यू कर छोड़ी गई बाघिन
इस बाघिन को पहले चिरमिरी के जंगलों से रेस्क्यू कर अचानकमार टाइगर रिजर्व में छोड़ा गया था, लेकिन वहां से निकलने के बाद वह फिर से मरवाही वनमंडल के जंगलों में आकर बसेर रही है। वन विभाग अब इस बाघिन की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है और उसे सुरक्षित स्थान पर वापस भेजने की योजना पर काम कर रहा है।

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