
शपथ ग्रहण नई दिल्ली। डॉनल्ड जूनियर ट्रंप, 20 जनवरी को दूसरी बार अमेरिकी के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। अमेरिका के इतिहास के सबसे अमीर राष्ट्रपति की शपथ ग्रहण समारोह बेहद खास होने वाली है। इस मौके पर वॉशिंगटन डी सी में दुनिया के ज्यादातर ग्लोबल लीडर्स एक साथ दिखेंगे। यूं तो अमेरिका के शपथ ग्रहण समारोह में वैश्विक नेताओं को नहीं बुलाया जाता है, लेकिन इस बार नियम बदला जा रहा है।
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अटकलें लगाई जा रही थी कि पीएम मोदी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हो सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दरअसल, इतिहास में कभी भी कि भारत कोई भी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में कभी शामिल नहीं हुआ। भारत सरकार के उच्च उद्देश्य अमेरिका के दोनों दलों, डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन के साथ समान संबंध बनाए रखना है। भारत ने हमेशा सुनिश्चित किया है कि अमेरिका से साथ उसके संबंध किसी एक राजनीतिक दल तक सीमित न रहें। भले ही ट्रंप के साथ पीएम मोदी की अच्छी दोस्ती है, लेकिन भारत अपने कूटनीतिक संतुलन को बनाए रखना चाहता है।