PM मोदी अब हरियाणा से शुरू करेंगे बीमा सखी योजना, महिलाएं होंगी आत्मनिर्भर, पात्रता से लेकर आवेदन तक जानिए पूरी डिटेल
चंडीगढ़। केंद्रीय योजनाओं की शुरुआत के लिए हरियाणा PM मोदी की पहली पसंद है। इस बार प्रधानमंत्री नौ दिसंबर को हरियाणा के पानीपत से बीमा सखी योजना की शुरुआत करने जा रहे हैं। करीब नौ साल पहले प्रधानमंत्री ने 22 जनवरी 2015 को पानीपत से ही बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत की थी।जय शाह बने ICC चेयरमैन: सबसे युवा चीफ ने संभाला पद, कहा- क्रिकेट को देंगे ग्लोबल पहचान
देश में जब बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत पानीपत से हुई थी, उस समय राज्य का लिंग अनुपात 837 था, जो अब बढ़कर 923 तक पहुंच चुका है। प्रदेश सरकार राज्य के लिंग अनुपात को एक हजार लड़कों पर 950 लड़कियों के जन्म तक पहुंचाना चाहती है।जिंदल स्टील प्लांट में बड़ा हादसा: गर्म फ्लाईएश गिरने से एक श्रमिक की मौत, दो घायल
इसके लिए हरियाणा की सीमाओं से सटे राज्यों में छापेमारी अभियान में तेजी लाई जाने वाली है। नौ दिसंबर को ही प्रधानमंत्री 65 एकड़ में बने 400 करोड़ की लागत वाले करनाल के महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय के मुख्य कैंपस का शिलान्यास करेंगे। करनाल के सांसद के रूप में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और मुख्यमंत्री नायब सैनी ने दो दिन पहले ही प्रधानमंत्री के पानीपत दौरे की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नौ दिसंबर को जिस बीमा सखी योजना की शुरुआत पानीपत से करने जा रहे हैं, उसका उद्देश्य ग्रामीम क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं को स्वरोजगार देकर आत्मनिर्भर बनाने की है। बीमा सखी योजना भारतीय जीवन बीमा निगम के सहयोग से चलाई जाएगी।
इस योजना के तहत महिलाओं को बीमा से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा और उन्हें “बीमा सखी” के रूप में नियुक्त किया जाएगा। यह योजना खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में बीमा जागरूकता बढ़ाने और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से चलाई जा रही है।
बीमा सखी योजना इसलिए ज्यादा महत्वपूर्ण है, क्योंकि घर से बाहर निकलकर महिलाओं को बीमा एजेंट के रूप में काम करने का मौका मिलेगा, जिससे वे अपनी आय अर्जित कर सकेंगी। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और वित्तीय सशक्तीकरण के लिए यह योजना मददगार होगी।