मोदी बोले- हमें विकास के साथ विरासत को सहेजना है
नई दिल्ली।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात के 118वें एपिसोड में महाकुंभ और रामलला का जिक्र किया। उन्होंने कहा- महाकुंभ में दुनियाभर से लोग आते हैं। यह सामाजिक समरसता का ऐसा संगम है, जहां जात-पात, ऊंच-नीच से परे लोग एक-दूसरे के साथ पवित्र स्नान करते हैं। भंडारों में भोजन और प्रसाद लेते हैं।
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मोदी ने कहा- कुंभ एकता का महाकुंभ है। उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम को यह एक सूत्र में बांधता है। यह हजारों साल से चली आ रही परंपरा है। एक तरफ प्रयागराज, उज्जैन, नासिक और हरिद्वार में कुंभ होता है। वहीं, दूसरी तरफ गोदावरी, कृष्णा, कावेरी और नर्मदा नदी के तट पर पुष्करम मनाया जाता है।
प्रधानमंत्री ने अपने 30 मिनट के प्रोग्राम में 23, 25 और 26 जनवरी के अलावा रामलला, स्टार्टअप इंडिया, स्पेस सेक्टर, हाथी बंधु, टाइगर रिजर्व, अरुणाचल प्रदेश और निकोबार में वर्जिन कोकोनट ऑयल का भी जिक्र किया। 26 जनवरी की वजह से PM का प्रोग्राम इस बार एक हफ्ते पहले हुआ।