कमार जनजाति के गांव छिंदौला में सोलर नल-जल योजना से हर घर को मिला स्वच्छ पेयजल
कमार जनजाति के गांव छिंदौला में सोलर नल-जल योजना से हर घर को मिला स्वच्छ पेयजल: एक नई उम्मीद
गरियाबंद जिले के छिंदौला गांव के कमार खोलापारा क्षेत्र में रहने वाली विशेष पिछड़ी जनजाति कमार के परिवारों के लिए पानी की समस्या अब बीते दिनों की बात हो गई है। माननीय मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार ने सोलर नल-जल योजना के माध्यम से इस क्षेत्र में स्वच्छ पेयजल की सुविधा प्रदान की है।
यह पहल जलजीवन मिशन के तहत शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य हर घर तक स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल पहुंचाना है। यह योजना न केवल पानी की समस्या का समाधान करती है, बल्कि ग्रामीणों के जीवन में एक सकारात्मक बदलाव भी ला रही है।
पानी के लिए संघर्ष का हुआ अंत
कमार जनजाति के लिए पानी का मतलब अब तक एक लंबी और कठिन यात्रा थी। गांव की महिलाओं और बच्चों को कई किलोमीटर दूर से पानी लाने के लिए समय और ऊर्जा खर्च करनी पड़ती थी। यह केवल एक शारीरिक संघर्ष नहीं था, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और आजीविका पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता था।
लेकिन, सोलर नल-जल योजना के माध्यम से अब हर घर में नल के जरिए स्वच्छ पानी उपलब्ध हो रहा है। इस योजना के तहत सौर ऊर्जा का उपयोग करते हुए पानी को गांव के केंद्र में स्थित टंकी तक पहुंचाया जाता है, जहां से यह प्रत्येक घर तक सप्लाई किया जाता है।
ग्रामीणों के जीवन में बदलाव
यह योजना ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हो रही है। अब महिलाएं और बच्चे पानी लाने की जिम्मेदारी से मुक्त हो गए हैं, जिससे उनका समय और ऊर्जा बच रही है। बच्चे अब अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर पा रहे हैं, और महिलाएं अन्य उत्पादक गतिविधियों में शामिल हो रही हैं।
स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता ने ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव डाला है। पहले दूषित पानी के कारण होने वाली बीमारियां जैसे डायरिया और टायफाइड आम थीं। लेकिन अब, स्वच्छ पानी के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं काफी हद तक कम हो गई हैं।
सतत विकास की ओर एक कदम
छत्तीसगढ़ सरकार की यह पहल सतत विकास और पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। सोलर नल-जल योजना में सौर ऊर्जा का उपयोग किया जाता है, जो पर्यावरण के लिए अनुकूल है। यह योजना न केवल पानी की समस्या को हल करती है, बल्कि नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देते हुए पर्यावरणीय स्थिरता में भी योगदान देती है।
जलजीवन मिशन: उज्जवल भविष्य की नींव
“जीवन के लिए जल, जल जीवन मिशन से संवर रहा आने वाला कल”—यह केवल एक नारा नहीं, बल्कि एक सच्चाई है। यह योजना न केवल कमार जनजाति के लिए, बल्कि पूरे प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है।
गरियाबंद जिले के कमार आदिवासी परिवार अब जल संकट से मुक्त होकर एक बेहतर जीवन की ओर बढ़ रहे हैं। यह पहल छत्तीसगढ़ सरकार की विकासशील सोच और जनकल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इससे यह साफ है कि आने वाले समय में और भी ग्रामीण क्षेत्रों में जलजीवन मिशन के तहत ऐसी योजनाएं लागू होंगी, जो न केवल समस्याओं का समाधान करेंगी, बल्कि समाज के हर वर्ग के जीवन को संवारेंगी।